इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे लंच को होस्ट, NRI को खिलवाएंगे भारतीय व्यंजन

PM Narendra Modi will host the Pravasi Bhartiya Sammelan in Indore for lunch, will serve Indian cuisine to NRIs

इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का मीनू लगभग फाइनल हो गया है। 8 जनवरी से शुरू होने वाले 3 दिनी सम्मेलन में 9 जनवरी सबसे खास रहेगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। वे इस दिन का लंच भी होस्ट करने वाले हैं। 
पीएम मोदी के साथ 90 गेस्ट में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोषी और गुयाना के राष्ट्रपति मो. इरफान अली भी रहेंगे। ये बतौर अतिथि संबोधित करेंगे। भोजन में इंदौर की शिकंजी, रतलाम की सेव, गराडू से लेकर ऑस्ट्रेलियाई नॉनवेज स्नैक्स भी रहेंगे।
8 जनवरी : हींग की कचोरी, भुट्‌टे के भजिए और राम भाजी
9 जनवरी : प्रधानमंत्री के लंच में गुजराती आलू, दाल पानसेमल सूरती कढ़ी, बाजरे का खिचड़ा
मॉकटेल : मक्की की राब, ड्राय फ्रूट शिकंजी।
वेज स्नैक्स : भुट्‌टे का किस, रतलामी गराडू, सेव, नाचनी क्रेकर्स, सेव खमानी, दही-चिवड़ा।
नॉनवेज स्नैक्स : ऑस्ट्रेलियन ग्रिल्ड फिश, मुर्ग जाफरानी टिक्का, मटन गलौटी कबाब।
मेन कोर्स वेज : पनीर अवधी कोरमा, मेथी-पालक- पापड़, गुजराती आलू, सूरती उंधियू।
मेन कोर्स नॉनवेज : मटन रोगन गोश, चिकन, अवधी कोरमा और बंगाली फिश करी।

10 जनवरी : इंदौरी सेव, मूंग का हलवा

इंदौर शिकंजी की रेसिपी, पीएम के लंच में होगी शामिल
इंदौर के सराफा में नागौरी की शिकंजी...। इसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाएगा। नींबू, मसाला नहीं, बल्कि इसका अलग ही टेस्ट और क्रेज है। इसकी डिमांड हर सीजन में रहती है। ये शिकंजी दही, केसर, किशमिश और इलायची से बनती है। यह कभी सिर्फ घरेलू आइटम हुआ करती थी। 

9 जनवरी का रूट और इवेंट की जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के मद्देनजर पीएमओ ने उनके रूट में बदलाव करवाया है। आयोजन स्थल में प्रवेश के लिए पीएम मोदी और अन्य प्रमुख वीवीआईपी का रूट पहले एक ही था। अब प्रवासी भारतीय के अधिकारियों ने पीएमओ के निर्देश पर पीएम मोदी का रास्ता पूरी तरह से अलग कर दिया है। पीएम का ग्रीन रूम भी अलग होगा। उनके साथ लंच में सिर्फ 90 अतिथि शामिल होंगे। मुख्य सभागृह से जुड़े एक लॉन में यह लंच प्रस्तावित है। वरिष्ठ प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी 10 बजे इंदौर आएंगे और दो बजे रवाना हो जाएंगे।
मुख्य इवेंट 9 जनवरी को सुबह 10.30 बजे शुरू होगा जो 12.30 तक चलेगा। सबसे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का उद्बोधन होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोलेंगे। इसके बाद सूरीनाम के राष्ट्रपति और स्पेशल गेस्ट चंद्रिका प्रसाद संतोखी का भाषण होगा। फिर गुयाना के राष्ट्रपति और मुख्य अतिथि मोहम्मद इरफान अली संबोधित करेंगे। अंतिम संबोधन पीएम मोदी का होगा। फिर पीएम प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। फिर लंच होगा।

विजन-2047 पर चर्चा, जी-20 शेरपा अमिताभ कांत भी संबोधित करेंगे

2.30 से 4 बजे तक भारतीय हेल्थ सिस्टम को प्रमोट करने और इको सिस्टम पर विजन- 2047 के उद्देश्य से चर्चा होगी। इंडियन हेल्थकेयर सिस्टम को प्रमोट करने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर सेशन होगा। इसके बाद शिल्प-कला, पाक-कला और क्रिएटिविटी से गुडविल कैसे बढ़ाएं. इस पर सेशन होगा। इसके बाद जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत, कोआर्डिनेटर वर्धन श्रृंगला का संबोधन होगा।
इंदौर में 8 से 12 जनवरी के बीच तीन दिनी प्रवासी भारतीय सम्मेलन और दो दिनी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों के बीच खास जोर इन दोनों बड़े इंवेंट में पधारने वाले मेहमानों को लेकर है। इसमें भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन पर ज्यादा जोर है क्योंकि इसमें 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसमें शिरकत करेंगे।

NRI सम्मेलन में सूरीनाम के राष्ट्रपति भी आएंगे

सम्मेलन में चार देशों के कैबिनेट व्यापार प्रतिनिधियों के अलावा सूरीनाम चंद्रिका प्रसाद संतोषी 'चान' भी आएंंगे। इसके पूर्व गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई सांसद जनेता मैस्करेनहास के सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है।
11 और 12 जनवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बांग्लादेश, पनामा, जिम्बाब्वे और मॉरीशस सहित चार देशों के कैबिनेट व्यापार प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे। जबकि कनाडा, जापान, नीदरलैंड, गुयाना और सूरीनाम सहित नौ देश इसमें भागीदारी निभाएंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस बार 68 देशों के 345 विदेशी व्यापार प्रतिनिधियों और राजनयिकों के भाग लेने की संभावनाएं हैं। इन वीवीआईपी में 14 देशों के राजदूत, 12 देशों के काउंसिल जनरल और छह देशों के राजनयिक शामिल हैं। ये वीवीआईपी मुख्य रूप से यूएसए, कनाडा, इंग्लैंड, जापान, इजरायल, नीदरलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, कंबोडिया, बांग्लादेश और घाना से होंगे।

केंद्रीय एजेंसियों के हाथों में होगी स्वास्थ्य सुरक्षा की कमान

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में करीब 4 हजार प्रवासी भारतीय शामिल होंगे। इनमें से करीब 2400 के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उधर, ‘पधारो म्हारो घर’ के तहत जो लोग मेहमानों को अपने घरों में आमंत्रित करना चाहते हैं उसके लिए करीब 60 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इन लोगों का व इनके घरों का वैरिफिकेशन भी हो चुका है। उधर, कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 को लेकर अभी वैसे कोई घबराने जैसी स्थिति नहीं है। फिर भी चूंकि ये दोनों बड़े आयोजन हैं और इसमें अधिकांश लोग विदेशों से आएंगे, इसके चलते स्वास्थ्य सुरक्षा कमान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों के हाथों में होगी। स्थानीय स्तर पर इन एजेंसियों के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।

30 प्रतिष्ठित सदस्यों का होगा सम्मान

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 30 प्रतिष्ठित सदस्यों को 17वें पीबीडी सम्मेलन के दौरान प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पिछले 15 वें व 16वे सम्मेलन में भी 30 प्रतिष्ठित सदस्यों को सम्मान पुरस्कार दिए गए थे। 2003 से 2021 तक 269 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान मिल चुका है। यह पुरस्कार एक अनिवासी भारतीय, भारतीय मूल के व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार विदेशों में भारत के बारे में बेहतर समझ बनाने, भारत के कारणों का समर्थन करने और स्थानीय भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए काम करने के लिए भारतीय डायस्पोरा के योगदान को याद करने के लिए दिया जाता है।

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