भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर से संपर्क की सियासत शुरू हो गई है। हाल ही में खबर आई कि राहुल गांधी की यात्रा के आसपास कांग्रेस के एक दर्जन विधायक भाजपा में जा सकते हैं। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के वो विधायक हमारे संपर्क में है, जिन्हें लगता है कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा।
मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहले कुछ कांग्रेसी विधायकों को बीजेपी में शामिल कराने और ऑपरेशन लोटस की चर्चा जोरों पर है। कहा जा रहा है कि एक दर्जन विधायक कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इस पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- ऑपरेशन लोटस न तो कभी भाजपा की तरफ से चलाया गया और न इसकी जरूरत है। लोग खुद कांग्रेस छोडक़र जा रहे हैं। मप्र में भी ऐसी परिस्थितियां हैं। पहले कई लोगों ने कांग्रेस छोड़ी है। अभी भी कई लोग कांग्रेस छोडऩे के लिए हमसे संपर्क कर रहे हैं। इसी वजह से कांग्रेस भयभीत है। यही कारण है कि कांग्रेस अपने विधायकों को बंधक बनाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की तरफ से कभी ऐसा ऑपरेशन नहीं चलाया गया और न ही भविष्य में चलाया जाएगा। हां, अगर कोई स्वेच्छा से भाजपा में आना चाहता है, तो इस पर विचार करेंगे।
अच्छी छवि के कांग्रेस विधायकों मिल सकता है टिकट
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले विधायकों को टिकट देने के सवाल पर कहा- ऐसे लोग हमेशा संपर्क में रहते हैं, अभी भी हैं। अगर साफ सुथरी छवि के लोग हैं, जनता में लोकप्रिय होंगे, तो पार्टी विचार करेगी। वरना भाजपा में योग्य लोगों की कमी नहीं है। योग्य होंगे तो ही विचार किया जाएगा।
कमलनाथ बोले- भाजपा के कई विधायक संपर्क में सोमवार को छिंदवाड़ा प्रवास पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर दावा किया है कि कुछ भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा - भाजपा के बहुत सारे विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। वो तो रहेंगे ही। जो सोचते हैं उन्हें टिकट नहीं मिलेगी, लेकिन हम अपने संगठन को ही प्राथमिकता देंगे।
बीजेपी का बंटाढार होने वाला है: नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह
मंत्री भूपेंद्र सिंह के बयान पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा- हमने विधायकों को राहुल गांधी की 3500 किलोमीटर की ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने के लिए कहा है। सभी विधायक स्वेच्छा और उत्साह से शामिल हो रहे हैं। बीजेपी का बंटाढार होने वाला है। हां, बीजेपी के विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी में कौन जाएगा? सबको पता है कि तैरना जानते नहीं, नदी में कूदेंगे तो मरना है। जिसको मरना है, वो चला जाए। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- कांग्रेस में जितने गद्दार थे, वे जा चुके हैं। हमारा तो साफ कहना था, आज भी वही कहना है- सौ गद्दार नहीं चाहिए, एक वफादार की जरूरत है। अब वफादार सब रह गए हैं। सारे विधायक कांग्रेस के साथ हैं। अगले चुनाव में भाजपा का सूपडा साफ करेंगे।
राहुल की यात्रा के पहले बीजेपी की योजना
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में 20 नवंबर को बुरहानपुर से प्रवेश करेगी। दक्षिण भारत में राहुल के साथ नजर आई भीड़ और सोशल मीडिया पर मिल रहे रिस्पॉन्स के बाद बीजेपी नई रणनीति पर काम रही है। चर्चा है कि बीजेपी नेताओं की कोशिश है कि राहुल के एमपी में एंट्री से पहले कांग्रेस के कुछ विधायकों को बीजेपी में शामिल कराया जाए। बीजेपी के नेता खुलकर इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के प्रति आकर्षण बता रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ जाने वालों पर नजर
तीन महीने पहले राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के करीब 19 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था। इनमें ज्यादातर कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन कर मुर्मू का समर्थन किया था। इसके बावजूद कांग्रेस ने विधायकों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया। चर्चा है कि अब क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को बीजेपी अपने पाले में लाने के प्रयास में पर्दे के पीछे जुटी है।
हीरा अलावा समेत कई आदिवासी नेता सूची में
आदिवासी संगठन जयस के राष्ट्रीय संरक्षक और मनावर से कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा को बीजेपी में लाने की कोशिशें चल रही हैं। एम्स दिल्ली से एमडी मेडिसिन की डिग्री हासिल कर आदिवासी संगठन बनाकर राजनीति में आए अलावा को लाकर बीजेपी कांग्रेस को बड़ा झटका देने की फिराक में है। हालांकि हीरालाल अलावा के करीबियों का कहना है कि वे बीजेपी में नहीं जाएंगे, बल्कि अगले विधानसभा चुनाव में करीब 80 सीटों पर जयस के प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इनमें से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
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