मेटा कंपनी की सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने हैकर्स की मदद करने वाले कर्मचारी को निकला दिया ही

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मेटा के स्वामित्व वाली सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने करीब दो दर्जन कर्मचारियों को हैकर्स की मदद करने के आरोप में कंपनी से निकाल दिया है। मेटा का कहना है कि इन कर्मचारियों ने हजारों डॉलर की रिश्वत लेकर हैकर्स की मदद की है। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ कर्मचारियों ने यूजर्स अकाउंट्स पर गलत तरीकों से कब्जा किया था और इनका अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। बता दें कि हाल ही में मेटा ने कंपनी में अब तक की सबसे बड़ी छंटनी करने की घोषणा भी की थी। मेटा की करीब 11,000 लोगों को कंपनी से निकालने की योजना है। 
अब तक की सबसे बड़ी छंटनी
रिपोर्ट्स के मुताबिक मेटा ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी में बड़े पैमाने पर छंटनी करने की घोषणा की थी, जिसके बाद 9 नवंबर से यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि छंटनी की इस प्रक्रिया के दायरे में कंपनी के हजारों कर्मचारी आएंगे। कहा जा रहा है कि यह छंटनी मेटा (फेसबुक) के इतिहास में पहली बार होगी, जिमने इतने सारे कर्मचारियों को एक साथ कंपनी से बर्खास्त किया जाएगा।

मेटा का कहना है कि कंपनी से हटाए गए स्टाफ को 16 सप्ताह की बेस-पे और प्रत्येक वर्ष की सर्विस के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह की बेस-पे दी जाएगी। साथ ही कंपनी छह महीने की हेल्थकेयर कॉस्ट का भी भुगतान करेगी। बता दें कि सितंबर के आखिर में कंपनी ने कहा था कि मेटा में कुल 87 हजार कर्मचारी काम करते हैं।
अकाउंट से जुड़ी जानकारियां चुराई गईं
रिपोर्ट के अनुसार मेटा से हैकर्स की मदद करने वाले निकाले गए कर्मचारियों पर यूजर अकाउंट्स का गलत तरीकों से कब्जा करने और इस्तेमाल करने का आरोप है। बता दें कि मेटा के पास फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को मिलाकर 3.7 अरब से अधिक यूजर्स का डाटा है। यही कारण है कि कंपनी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को हैकर्स कई बार निशाना बना चुके हैं।
आशंका जताई जा रही है कि मेटा के एक टूट का कॉन्ट्रैक्टर्स के गलत इस्तेमाल किया है। दरअसल, मेटा के एक टूल, जिसके इस्तेमाल से यूजर्स द्वारा पासवर्ड भूलने के मामले में मदद की जाती है, को कॉन्ट्रैक्टर्स को इस्तेमाल के लिए दिया गया है। यानी इसी टूट का इस्तेमाल करके यूजर्स की जानकारी चुराने की आशंका जताई जा रही है।

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