जीतू पटवारी ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' पर कहा, जिस तरह नरेंद्र मोदी को महाकाल ने बुलाया था, उसी तरह राहुल गांधी को बुलाया है। बाबा के बुलावे पर राहुल गांधी उज्जैन आ रहे हैं। यह यात्रा चुनावी नहीं है। यह यात्रा देश बनाने की है। नफरत के माहौल को मिटाने की है। देश को जोड़ने की है।
दरअसल, राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' MP में बुरहानपुर के रास्ते 20 नवंबर तक एंट्री करने जा रही है। यात्रा में शामिल होने वाली 17 उप यात्राएं आज से अलग-अलग हिस्सों में शुरू हो रही हैं। राहुल की यात्रा MP के कई शहरों से गुजरेगी।
राहुल की यात्रा के रूट को अपडेट करते हुए इसमें खासतौर पर उज्जैन महाकाल की नगरी को भी जोड़ा गया है। यानी राहुल गांधी अब बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे और जनसभा को संबोधित भी करेंगे। इसके पहले साधु-संतों के साथ मप्र में प्रवेश के साथ मां नर्मदा की पूजा-अर्चना भी करेंगे।
यानी कहा जाए तो, BJP के बाद अब कांग्रेस 'महाकाल लोक' को भुनाना चाहती है। 'महाकाल लोक' को लेकर पहले भी दोनों पार्टी में क्रेडिट लेने की होड़ लग चुकी है। मध्य प्रदेश में 'महाकाल लोक' का प्रोजेक्ट कमलनाथ की सरकार में बना था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के BJP में जाने पर सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिवराज सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया। पहले फेज का काम खत्म हो चुका है, अब दूसरे फेज का काम हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'महाकाल लोक' के पहले फेज का लोकार्पण किया था।
यात्रा के MP में एंट्री से पहले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा- राहुल गांधी की यात्रा नफरत को खत्म कर भारत को जोड़ने वाली है। जिस तरह नरेंद्र मोदी को बाबा ने बुलाया था, उसी तरह राहुल गांधी को बाबा महाकाल ने बुलाया है। बाबा के बुलावे पर राहुल गांधी उज्जैन आ रहे हैं।
पूरी यात्रा देश बनाने की है। देश में आज अराजकता है। हम सब मिलकर नफरत मिटाने के लिए काम करेंगे। देश में प्यार, मुहब्बत का माहौल बनाना है। क्या राहुल गांधी के मध्यप्रदेश से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है? भास्कर के इस सवाल के जवाब में पटवारी बोले- महाकाल जो करेंगे, वो निर्णय होगा।
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