सेलेक्शन नहीं हुआ तो हिम्मत टूट गई. इसके बाद पूरी रात रोईं, छोटी बहन ने हिम्मत दी और बन गई तहसीलदार...

सेलेक्शन नहीं हुआ था तो हिम्मत टूट गई. इसके बाद पूरी रात रोईं, लेकिन छोटी बहन ने हिम्मत दी। बस एक पड़ाव कर लिया पार। 
बेटियां क्या नहीं कर सकतीं? बस ठान लें और यदि परिवार से मोरल सपोर्ट मिल जाए। बात करते हैं एक ऐसी बेटी की जिसने अपनी असफलता के बाद हार नहीं मानी. वह लगातार तैयारी करती रहीं और अफसर बिटिया बन गईं. ये है यूपी के मेरठ की रहने वाली पायल सोलंकी। पायल सोलंकी यूपी पीसीएस एग्जाम पास करके तहसीलदार बन गईं. पायल ने पीसीएस परीक्षा 2021 में 41वीं रैंक हासिल की।
पायल का सपना आईएएस अफसर बनने का है. उन्होंने 2 बार यूपीएससी का एग्जाम दिया था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग पाई थी. वह कुछ नंबरों से रह गई थीं. ऐसे में पिता के कहने पर उन्होंने पीसीएस की परीक्षा के लिए आवेदन किया था. इसे पहली बार में ही क्लियर कर लिया. पायल का कहना है कि वह आईएएस बनने के लिए लगातार तैयारी करती रहेंगी।

पायल के पिता अंनतराम यूपी पुलिस में हैड कांस्टेबल हैं. साल 2020 में जब उनका सेलेक्शन नहीं हुआ था तो हिम्मत टूट गई. इसके बाद पूरी रात रोईं, लेकिन छोटी बहन ने हिम्मत दी. उस हिम्मत के बाद सोचा कि रोने से कुछ नहीं होता. असफलता मिली है, लेकिन इस असफलता को अपनी सफलता में बदलना है. उसी दिन से वह अपने सपने को पूरा करने में लग गईं. इसके बाद उन्होंने तैयारी शुरू की और यूपी में अफसर बनने के लिए यूपीपीसीएस क्लियर कर लिया।

पायल ने बताया कि उन्होंने 16 से 18 घंटे पढ़ाई नहीं की, क्योंकि यह एक मशीन होने जैसा होगा. उन्होंने 7 से 8 घंटे पढ़ाई की है. जिन सब्जेक्ट के जिन टॉपिक्स की तैयारी अच्छी नहीं थी उन पर फोकस किया और तैयारी की. पायल ने एग्जाम के दौरान 10 से 12 घंटे की पढ़ाई की थी।

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