सीएम शिवराज ने पर्यावरण दिवस के मौके पर कहा पृथ्वी रहने के लिए,बीप्रकृति का शोषण नहीं, दोहन करें,


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को पर्यावरण दिवस पर रवींद्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में 'मिशन लाइफ' का शुभारंभ किया। यहां पर सीएम ने कहा कि प्रकृति का शोषण मत करो, प्रकृति का दोहन करो। प्रकृति से उतना ही लो, जिसकी भरपाई प्रकृति अपने आप कर दे, इसमें बुराई नहीं है, लेकिन भौतिकवाद की अंधी चाह ने मनुष्य को अंधा बना दिया है। धरती का सीना चीरो और खनिज निकालो, निकालो पानी, लगाओ फैक्ट्रियां, करो कार्बन गैसों का उत्सर्जन और धरती को ऐसा बना दो कि सांस लेना मुश्किल हो जाए। 2050 तक धरती की सतह का तापमान दो डिग्री बढ़ जाएगा। सीएम ने कहा कि हम यदि शोषण ही करते रहे तो आने वाली पीढ़ी के लिए धरती पर रहना मुश्किल हो जाएगा। 

शादी की वर्षगांठ पर लगाएं पौधे, प्रेम बढ़ेगा 

सीएम ने जनता से आह्वान करते हुए कहा कि अपने जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ पर जरूर पौधे लगाएं। भारत में रोज पर्यावरण दिवस होता था। तुलसी मैया को पानी देना और शाम को दीपक जलाना, ये भारत की माता-बहनें हजारों साल पहले से करती आ रही थीं। एक बड़े पेड़ पर कितनी जीव पलते हैं। एक पेड़ पर लाखों जीव-जंतु रहते हैं। इतने पेड़ लगा दो, जितने तुम्हारे सांस के लिए जरूरी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पेड़ कई जीवों को जीवन देता है। हमारी संस्कृति में वृक्षों की पूजा की जाती है। नदियों को मां माना गया। गोवर्धन पूजा से पेड़-पर्वत और समग्र प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया गया।

सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करें 
सीएम ने कहा कि बिजली का जितनी जरूरत हो उतना ही उपयोग करें। ताप बिजली घर प्रदूषण फैलाते हैं। हम पानी बचा सकते हैं। हम ये संकल्प लें कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे, कपड़े के थैलियों व थैलों का उपयोग करेंगे। छोटी-छोटी आदतों में परिवर्तन कर हम धरती मां की बड़ी सेवा कर सकते हैं। आज विश्व पर्यावरण दिवस पर मैं यही संदेश आपको दे रहा हूं, पर्यावरण फैशन नहीं है कि हम कर्मकांड कर लें और सोचें कि जीवन बच गया, यह नहीं चलेगा। हम अपने जीवन में बदलाव लाएंगे लाइफस्टाइल में परिवर्तन करेंगे तो पर्यावरण बचेगा, धरती बचेगी और आने वाली पीढ़ियां भी इस धरती पर रह पाएंगी। 

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