मतपत्र कम होने पर हंगामा होने लगा। हंगामे को देखते हुए 94 मत पत्र एक कर्मचारी द्वारा टेबल पर बाद में रखते हुए पाया गया, जिसके बाद हंगाम और बढ़ गया था। इस मामले में बस्ती डीएम ने पीठासीन अधिकारी राजकुमार और मतदान कर्मी सतेंद्र सिंह के खिलाफ कोतवाली बस्ती में एक मुकदमा पंजीकृत करने के के निर्देश दिए।
एसडीएम आशुतोष तिवारी और सिडको के जेई सत्यप्रकाश सिंह ने तहरीर में बताया कि 94 फर्जी मतपत्र पाए गए हैं। वहीं, मतगणना के दौरान जब 146 सर्वाधिक मत पाए सभासद को शासन की तरफ से जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया था। प्रमाण पत्र लेने के बाद सभाषाद प्रत्याशी जीत की खुशी मनाते हुए चला गया। जब उसके निकटम प्रतिद्वंदी 33 मत से सभाषद प्रत्याशी चुनाव हार गया और 46 मत बाद में मिला तो फिर हारे प्रत्याशी ने हंगमा खड़ा कर दिया। साथ ही, जीत के प्रमाणपत्र की मांग करने लगा।
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